LOVE POETRY : कभी देखा है...
कभी देखा है किसी को
इतना हसीन की आंखे चमक ऊठे
कभी देखा है किसी को
इतना जहीन की रूह छू जाए
कभी देखा है किसी को
इतना खूबसूरत की देखे बिना रहा ना जाये
कभी देखा है किसी को
खुद से ज्यादा किसी और को चाहते हुए
कभी देखा है किसी को
अपनी मासूमियत से सबका दिल जीत लेते हुये
कभी देखा है किसी को
अपने सपनो को पूरा करने के लिए लड़ते हुए
कभी देखा है किसी को
जिसे देख दिल ठहर जाए
कभी देखा है किसी को
जिसे देख आंखे बस रुक जाए
इतना हसीन की आंखे चमक ऊठे
कभी देखा है किसी को
इतना जहीन की रूह छू जाए
कभी देखा है किसी को
इतना खूबसूरत की देखे बिना रहा ना जाये
कभी देखा है किसी को
खुद से ज्यादा किसी और को चाहते हुए
कभी देखा है किसी को
अपनी मासूमियत से सबका दिल जीत लेते हुये
कभी देखा है किसी को
अपने सपनो को पूरा करने के लिए लड़ते हुए
कभी देखा है किसी को
जिसे देख दिल ठहर जाए
कभी देखा है किसी को
जिसे देख आंखे बस रुक जाए
हां मैंने देखा है उस नाजनीन को ।
हां मैंने देखा है उस हसीन को
वो मिल जाये तो कायनात मेरे साथ हो।
©Ajasha
Behtareen mere bhai..... ������
ReplyDeleteWoww
ReplyDeleteNice
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