POETRY ON LIFE : काम जरूरी है
हर काम जरूरी हैपर इतना नही की सेहत भूल जाओ
हर मुलाकात जरूरी है
पर इतनी नही की खुद की कद्र भुल जाओ
जिंन्दगी का दूसरा नाम ही काम है
पर इसका मतलब ये नही की अपनों को भूल जाओ ।
कॉलेज से निकलते ही सब पूछते है
अब क्या करोगे ?
कब से कमाओगे ?
कब पैसे लाओगे ?
पर ये कोई नही पूछता
की यार काम के बीच मे खाना कब खाओगे ?
अपनी ज़िंदगी कब जी पाओगे ?
पैसे के पीछे भागते भागते
खुद को तो नही भूल जाओगे ?
दौलत जरूरी है ज़िन्दगी में
पर इतनी नही की ज़िन्दगी जीना छोड़ दो
माना हर काम जरूरी है
पर इतना नही की खुद की कीमत भूल जाओ ।
नौकरी हो या कोई पेशा
काम जरूरी है
तो उससे जरूरी है जिंदगी जीने का नशा
आज कमाओगे ये सोच के की
भविष्य में खर्च करोगे
पर ये बताओ मुझे
भविष्य कब आएगा ये कैसे निर्धारित कर पाओगे ?
जिंदगी बस आज है अभी है
कल क्या हुआ और कल क्या होगा ?
इसका जवाब खोज रहे , सभी है
इसलिए हर काम जरूरी है यार
पर इतना नही की खुद को भूल जाओ
हाँ काम जरूरी है
पर इतना नही की जीने का सलीका भुल जाओ ।
©AJASHA
Thanks
ReplyDeleteNice…
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